वरीष्ठ रंगकर्मी उमाकांत झाक जन्म सन 1951 ई. मे बिहार राज्यक कटिहार जिलाक अंतर्गत पोखरिया ग्राम मे भेलन्हि। बिहार सरकारक विभिन्न विभागमे सेवा देबाक उपरान्त 2011 मे सेवानिबृति भेलाह। 18 बर्षक अवस्था मे (1969 ई.) इ एकटा नौटंकी कम्पनी ज्वाइन केलाह । पटना आबि इ हिन्दी रंगमंच सँ शुरुआत केलन्हि। नीलकमल कला मन्दिर, नटलोक, प्यारेमोहन सहाय, अखिलेश्वर प्रसाद सिंहा, परवेज अख्तर आदिक सम्पर्क मे एलाह । वर्ष 1982 मे इ मैथिली रंगमंच मे प्रवेश केलन्हि। चेतना समिति, अरिपन, भंगिमा आदि संस्था सँ अपन नाता जोड़लन्हि । लगभग 36 वर्ष के मैथिली रंगपटल पर अपन यात्रा मे इ लगभग डेढ़ सौ नाटक के बारह सए सँ बेसी प्रस्तुतिक सहभागी रहलाह । सुप्रसिद्ध रंग संस्था भंगिमाक इ संस्थापक सदस्य छथि । भंगिमा द्वारा लगभग 32 वर्ष सँ अनवरत मंचित होमए बला नाटक काठक लोकमे इ आइयो बाबाक किरदार निभा रहल छथि । ई किरदार एतेक प्रचलित और प्रसंशित भेल जे हिनका रंगकर्मी एवं प्रेक्षकगण ‘बाबा’ उपनाम सँ सम्बोधन कर' लगलाह।
अनेकानेक सम्मान सँ सम्मानित उमाकांत जीकेँ कलाश्री सम्मान, शैलबाला पुरस्कार, चेतना समिति सम्मान सँ सेहओ सम्मानित कएल गेल छन्हि । मैथिली रंगमंचमे हिनक अतुलनीय योगदान एवं विशिष्ठ अवदान के लेल ज्योतिरीश्वर रंगशीर्ष सम्मान सँ सम्मानित क’ आई मैथिली लोक रंग (मैलोरंग) स्वयं गौरवांवित भ' रहल अछि ।
ज्योतिरीश्वर रंगशीर्ष सम्मान सँ पूर्वमे सम्मानित रंगशीर्ष :
2010 : प्रेमलता मिश्र ‘प्रेम (पटना)
2011 : दयानाथ झा (कोलकाता)
2013 : महेन्द्र मलंगिया (मधुबनी)
2014 : कुणाल (पटना)
2015 : छत्रानन्द सिंह झा ‘बटुक भाई’ (पटना)
2016 : प्रो. उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ (कोलकाता)
2017 : उमाकांत झा (पटना)
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