[दीयाबातीक पूर्व संध्या पर ]
*** दीपोत्सव गीत ***
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव |
पावस बरसि गेल धरती पर ,काह कूह भसिआएल
हरियर तरु केर डारि पात ,जल विन्दुक धार धोआएल ;
टुस्सा हुलकी देलक नव नव |
स्वागत धरती पर दीपोत्सव ||
कादो थाल निपात बाट सरियाम भेल तृण छीलल ,
घर आँगन लेबल मूनल चिक्क्न चुनमुन हँसु खलखल ;
ढौरल चिकनी माँटि सँ अभिनव |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
धन तेरस कए स्वच्छ्ताक अभियानक सेना साजल ,
कालराति अन्हार अंत लय दीप मालिका बारल ;
कोना कानी अग जग जगमग |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
आगत अगहन मास सभक हित शुभ समृद्धि प्रदायक ,
मंगल मूरति लक्ष्मी पूजा जे दीनता विदारक ;
मनबथि तेँ सभ मंगल उत्सव|
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
घर घर ज्ञान प्रकाश प्रकाशित सभतरि लक्ष्मी अन धन ,
सोना चानी कोना कानी आधि बेयाधि ने केहुखन ;
आबओ सुख समृद्धि ओ वैभव |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
*** दीपोत्सव गीत ***
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव |
पावस बरसि गेल धरती पर ,काह कूह भसिआएल
हरियर तरु केर डारि पात ,जल विन्दुक धार धोआएल ;
टुस्सा हुलकी देलक नव नव |
स्वागत धरती पर दीपोत्सव ||
कादो थाल निपात बाट सरियाम भेल तृण छीलल ,
घर आँगन लेबल मूनल चिक्क्न चुनमुन हँसु खलखल ;
ढौरल चिकनी माँटि सँ अभिनव |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
धन तेरस कए स्वच्छ्ताक अभियानक सेना साजल ,
कालराति अन्हार अंत लय दीप मालिका बारल ;
कोना कानी अग जग जगमग |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
आगत अगहन मास सभक हित शुभ समृद्धि प्रदायक ,
मंगल मूरति लक्ष्मी पूजा जे दीनता विदारक ;
मनबथि तेँ सभ मंगल उत्सव|
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
घर घर ज्ञान प्रकाश प्रकाशित सभतरि लक्ष्मी अन धन ,
सोना चानी कोना कानी आधि बेयाधि ने केहुखन ;
आबओ सुख समृद्धि ओ वैभव |
स्वागत मिथिला मे दीपोत्सव ||
‘मधुकर’
29/10/2016
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