|| अभियान गीत ||
फाँर बान्हि केँ तत्पर मैथिल ,करू सफल अभियान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करियौ जान परान ||
भारत मे जे राज्य बनल अछि ,सभक अपन अछि नाम |
किन्तु राज्य पौराणिक मिथिला, आइ भेल गुमनाम |
सात कोटि मैथिल केर संख्या ,सभ गुम्मी लधने छी |
एकरा लय नहि कोनो हरबड़ी, बैसल दम सधने छी |
आब अधिक देरी लागत तँ, भागत दूर निदान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित, करू जान आ प्राण ||
ब्राह्मण क्षत्री वैश्य शूद्र नहि ,डफली अपन बजाउ |
सभ मिलि राग एकेटा तानू ,गीत विजय के गाउ |
सभटा स्वर के श्रोत मिला केँ,शक्तिक सिन्धु बनाउ ,
बाधा केर पर्वतो ठाढ़ यदि , ओकरा ढाहि बहाउ ,
कए निर्माण राज्य मिथिला केर ,राखू पूर्वज मान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करू जान आ प्राण ||
मिथिला केर पुश्तैनी धंधा ,घुमा केँ आनत वैभव ,
खेती चलत सुडारि तँ भागत, सकल अभाव पराभव ,
लघु उद्योगक बलेँ दरिद्रा ,केँ भगैब अछि सम्भव ,
राज्यक बनने स्वयं विकासक ,साधन आएत नव नव,
मिथिला केँ समृद्धि बनाओत ,पान ओ माँछ मखान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करू जान आ प्राण ||
रहलहुँ स्त्तरि वर्ष सँ हम सभ, प्राँत बिहारक संग ,
बनल योजना नहि विकास केर ,दिन दिन आशा भंग ,
तिरहुत नामक छलो डिवीजन ,तकरो भेल निपात ,
नाम धाम केँ मेटा देल अछि ,राजनीति आघात ,
‘मधुकर’ मिथिला राज्ये बनने , मैथिल बनब महान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित, करू जान आ प्राण ||
******************मधुकर ******************
23/10/2016
फाँर बान्हि केँ तत्पर मैथिल ,करू सफल अभियान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करियौ जान परान ||
भारत मे जे राज्य बनल अछि ,सभक अपन अछि नाम |
किन्तु राज्य पौराणिक मिथिला, आइ भेल गुमनाम |
सात कोटि मैथिल केर संख्या ,सभ गुम्मी लधने छी |
एकरा लय नहि कोनो हरबड़ी, बैसल दम सधने छी |
आब अधिक देरी लागत तँ, भागत दूर निदान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित, करू जान आ प्राण ||
ब्राह्मण क्षत्री वैश्य शूद्र नहि ,डफली अपन बजाउ |
सभ मिलि राग एकेटा तानू ,गीत विजय के गाउ |
सभटा स्वर के श्रोत मिला केँ,शक्तिक सिन्धु बनाउ ,
बाधा केर पर्वतो ठाढ़ यदि , ओकरा ढाहि बहाउ ,
कए निर्माण राज्य मिथिला केर ,राखू पूर्वज मान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करू जान आ प्राण ||
मिथिला केर पुश्तैनी धंधा ,घुमा केँ आनत वैभव ,
खेती चलत सुडारि तँ भागत, सकल अभाव पराभव ,
लघु उद्योगक बलेँ दरिद्रा ,केँ भगैब अछि सम्भव ,
राज्यक बनने स्वयं विकासक ,साधन आएत नव नव,
मिथिला केँ समृद्धि बनाओत ,पान ओ माँछ मखान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित ,करू जान आ प्राण ||
रहलहुँ स्त्तरि वर्ष सँ हम सभ, प्राँत बिहारक संग ,
बनल योजना नहि विकास केर ,दिन दिन आशा भंग ,
तिरहुत नामक छलो डिवीजन ,तकरो भेल निपात ,
नाम धाम केँ मेटा देल अछि ,राजनीति आघात ,
‘मधुकर’ मिथिला राज्ये बनने , मैथिल बनब महान |
मिथिला राज्यक हेतु समर्पित, करू जान आ प्राण ||
******************मधुकर ******************
23/10/2016
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