|| गीत||
|| तोहर बाजब वर अनमोल ||
लड़का - तोहर बाजब वर अनमोल
अनमन कोयली सनके बोल
गै तोहर की ? नाम छौ ।।
लड़की - हम छी नदिया के हिलकोर
हमर अइ कतौ ओर ने छोर
कि चन्दा नाम अइ ।। कि चन्दा......
लड़का - चुपके सं निकलै छै घर सं
घेला काँख दबाक गे
साँझ प्रात तू पैर रोपै छै
पोखरिक भीरे जा कय गे
देतौ के पानिक तोहर मोल
गंगा की हेती अनमोल
तोहर की ? नाम छौ ।। तोहर......
उल्टा आँचर उल्टा पाटी
उलट पलट तोर बाजब गे
ई हमरा वर नीक लगैया
नव नव तोहर साजब गे
खन - खन चुड़िक मधुर बोल
खोलौ सबटा तोहर पोल
गे तोहर की ? नाम छौ ।। तोहर.....
चिड़इक पाँखि सनक चंचल
ई तोहर दुनु नैना गे
पलक पलंगरी पर छन भरि लय
चाही हमरा रैना गे
लड़की - तोहर बाजब अनमन ओल
जेना बिनु काजक फूटल ढोल
रै तोहर की ? नाम छौ ।। रै तोहर.......
गीतकार
रेवती रमण झा " रमण "
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