दीप उत्सव सोहर गीत ।। रचना - कविता झा
दीप उत्सव सोहर गीत
कोन असुर जग पसर ल,
कहमा स आयल रे
ललना रे ऐहन जतन सब ,
करिताहू असुर भग बितहूं रे
को रो ना असुर जग पसरल,
चायना स आयल रे
ललना रे दीप जराए हम ,
रा खब कोरोणा भगा यब रे
लाब ह दीप सलाई की ,
सब मिली जराओल रे,
ललना रे एक जुट भय,
दीप लेसल की,
मोदी मन राखल रे
कविता झा
No comments:
Post a Comment